Kyu Lagti Hai Shiv Mandiro Mai Bheed Shrawan Ke mahine Mai

shravan month importance as per astrology, Kyu Lagti Hai Shiv Mandiro Mai Bheed Shrawan Ke mahine Mai
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क्यों लगती है श्रावण महीने में शिव मंदिरों में भीड़ :

श्रावण महीने को सावन मास भी कहते हैं और ये महिना भारतीयों के लिए विशेषकर बहुत ही महत्त्व रखता है |

ये एक पवित्र महिना है और इस महीने में विशेषकर शिव भक्त बहुत ही हर्षोल्लास के साथ शिव मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं | 

सावन का महिना भगवान् शिव को बहुत ही प्रिय है इसीलिए पूरी दुनिया में जितने भी शिव भक्त है सभी श्रावण के महीने में भगवन शिव की पूजा में लगे रहते हैं उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए, अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए.

आइये जानते हैं 6 महत्त्वपूर्ण बाते सावन महीने को लेके :

  1. इस महीने की शुरुआत भारत में बारिश के मौसम के आगमन का संकेत देती है |
  2. सावन का महिना शिव उपासना के लिए सबसे अच्छा महिना माना जाता है |
  3. सावन महीने में कावड यात्रा भी निकलती है अर्थात भक्त लोग पवित्र नदी से जल लेके शिवलिंग पे चढाते हैं |
  4. सावन के महीने में जो मंगलवार आते है उसमे माता पार्वती की पूजा होती है और इस दिन मंगला गौरी का व्रत किया जाता है | इस दिन महिलाए अपने सुखी जीवन के लिए पूजा करती है |
  5. सावन के महीने में 2 एकादशी आती है एक है कामिका एकादशी और दूसरा है पुत्रदा एकादशी, ये दोनों एकादशी का व्रत और पूजन बहुत पुण्य देता है |
  6. नाग पंचमी भी श्रावण के महीने में आती है हिन्दू पंचांग के अनुसार जब लोग भगवन शिव के साथ नाग देवत की पूजा भी करते हैं | इस दिन की पूजा से जीवन में बहुत सी बाधाएं दूर होती है |

जो लोग अध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं उनके लिए भी सावन का महिना बहुत उपयोगी है क्यूंकि इस महीने मे बारिश भी होती है जिससे मौसम न ज्यादा थाना होता है ना गर्म अतः साधना के लिए उपयुक्त वातावरण देता है ये महिना इसीलिए इस महीने में लोग शिव पूजा में लगे रहते हैं |

भारत में १२ ज्योतिर्लिंग सबसे प्राचीन माने जाते हैं और सावन के महीने में इन १२ शिव मंदिरों में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है, भारत ही नहीं विदेशो से भी लोग इन 12 ज्योतिर्लिंगों में दर्शनों के लिए आते हैं | 


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आइये जानते हैं १२ ज्योतिर्लिंगों के नाम :

  1. केदारनाथ जो की उत्तराखंड में है |
  2. सोमनाथ जो की गुजरात में है |
  3. ओम्कारेश्वर जो की मध्यप्रदेश में है |
  4. भीमाशंकर जो की पुणे में है |
  5. महाकालेश्वर जो की उज्जैन मध्य प्रदेश में है |
  6. कशी विश्वनाथ जो की वाराणसी, उत्तर प्रदेश में है |
  7. बैद्यनाथ जो की देवघर, झारखण्ड में है |
  8. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग जो की द्वारका गुजरात में है |
  9. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग जो की श्रीसेलम में है |
  10. त्र्यम्बकेश्वर जो की नाशिक में है |
  11. घ्रिश्नेश्वर जो की औरंगाबाद महाराष्ट्र में है |
  12. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग जो की तमिलनाडु में है |

तो सावन के महीने में इन सभी सबसे प्राचीन शिव मंदिरों में सबसे ज्यादा भक्तो को हम देख सकते हैं | सभी अपनी मनोकामना को पूरी करने के लिए भक्ति भाव से शिवलिंग की पूजा करते हैं |

इस साल २०२१ में सावन का महिना 25 जुलाई से शुरू होगा और 22 अगस्त तक रहेगा |

भगवन शिव की पूजा के लिए सबसे आसान मन्त्र है “ॐ नमः शिवाय ”

भक्तगण  शिव के पंचाक्षरी मन्त्र का जप अधिक से अधिक करते हैं और शिव की कृपा प्राप्त करते हैं |

तो आप भी श्रावण के महीने में भगवन भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करिए और बनाइये अपने जीवन को धन्य |

शिव कृपा से सभी सुखी हो, सबका कल्याण हो |

मिलते हैं अगले लेख में तब तक के लिए आप सभी को नमस्ते|

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