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Baglamukhi Mantra shakti

Power of baglamukhi mantra, benefits to chant baglamukhi mantra, बगलामुखी मंत्र के लाभ, बगलामुखी पूजा कैसे करें, BAGLAMUKHI मंत्र साधना करने के आसान उपाय।

ॐ ह्ली अगल-बगल सर्वदुष्टं वाचं मुखं पदं स्तंभ जिह्वां की बुद्धिं नाशक ह्रीं ॐ स्वाहा।

Om hleem baglamukhi sarwdushtanam waacham mukham padam stambhay jivhaam keelay buddhim vinaashay hreem om swaha |

इस मंत्र का अर्थ:

माँ बगलामुखी दुष्टों के बोलने की शक्ति, चलने की शक्ति, बुद्धि का निषेध करके मुझे बुरी शक्तियों से बचाओ ताकि वे मेरा कोई नुकसान न कर सकें।

  • बंधन दोष का समाधान।
  • काला जादू के उपाय।
  • अदालती मामलों का समाधान।
  • कर्ज से मुक्ति पाने का आशीर्वाद प्राप्त करें।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान।

वर्तमान युग डिजिटल है लेकिन धन और सामाजिक सफलता को आकर्षित करने की प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है और इसके कारण लोग अपनी ईच्छाओं को पूरा करने के लिए  काले जादू, का उपयोग करने में संकोच नहीं करते हैं।

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Baglamukhi Mantra shakti

ज्योतिषियों द्वारा जीवन में विभिन्न समस्याओं से निजात पाने के लिए कई तरह के उपाय बताए जाते हैं जैसे विशिष्ट चीजों का दान करना, रत्न धारण करना, पूजा करना आदि।

देवी बगलामुखी मंत्र सबसे अच्छे और शक्तिशाली मंत्रों में से एक है जिसका उपयोग जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए दशकों से किया जा रहा है।

माँ बगलामुही सबसे शक्तिशाली देवी में से एक हैं जो अपने भक्तों को किसी भी प्रकार की समस्याओं से बचाती हैं।

देवी बगलामुखी मंत्र एक ढाल के रूप में काम करता है जो मंत्र को नकारात्मक ऊर्जा, काला जादू, बुरी नजर, शत्रु आदि से बचाता है।

बगलामुखी मंत्र के जाप के लाभ -

देवी का यह मंत्र व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, बुरी नजर के प्रभाव, कर्ज की समस्या, बंधन दोष आदि से बचाने में सक्षम है।

  1. यदि शत्रु जीवन को नरक बना रहे हैं तो माँ बगलामुखी के इस शक्तिशाली मंत्र का प्रयोग करने में संकोच न करें।
  2. यदि कोर्ट केस आपका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं और बिना किसी वास्तविक कारण के तो बगलामुखी मंत्र का अभ्यास करें।
  3. अगर किसी नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव के कारण व्यापार अचानक गिर रहा है तो इस मंत्र का प्रयोग करें।
  4. इस मंत्र का ध्यान करने से भी चक्रों की सक्रियता संभव है।
  5. इस मंत्र के अभ्यासी को एक सकारात्मक और मजबूत आभा मिलती है जो नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाती है।
  6. यदि स्वास्थ्य नियमित रूप से खराब हो रहा है और कोई दवा काम नहीं कर रही है तो बगलामुखी मंत्र का जाप करें और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करें।
  7. अगर आपको लगता है कि आपका घर, कार्यालय या परिवार का कोई सदस्य काली ऊर्जा या भूत या पिशाच या जादू टोना प्रभाव से प्रभावित है तो यह बगलामुखी मंत्र अभ्यास बहुत फायदेमंद है।
  8. अगर किसी ने आप पर या आपके व्यवसाय पर बंधन प्रयोग किया है तो आप मां बगलामुखी पूजा कर सकते हैं।

बगलामुखी मंत्र अभ्यास कैसे शुरू करें:

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  • सबसे पहले कोई शुभ दिन जैसे नवरात्रि, सर्वार्थसिद्धि योग, ग्रहण काल आदि का पता लगाएं।
  • पूजा स्थल पर बगलामुखी देवी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
  • देवी को दीपक, धूप, नवैद्य अर्पित करें।
  • इस पूजा में पीले रंग की पोशाक पहनें।
  • यदि आप माला से मंत्र जाप करना चाहते हैं तो हल्दी की माला का प्रयोग करें।
  • इस साधना में बैठने के लिए पीले आसन का प्रयोग करें।
  • देवी पर पूर्ण विश्वास रखें और इस पूजा की गोपनीयता बनाए रखें।
  • कम से कम 1,25,000 मंत्रों का जाप करें और कुछ देर बाद दोहराएं।
यह निश्चित है कि देवी बगलामुखी की कृपा से व्यक्ति जीवन के दुखों को दूर करने, संकट से बाहर निकलने में सक्षम होता है।

यह जादुई मंत्र भक्त को एक साथ शक्ति और सुरक्षा देने की क्षमता रखता है।

ॐ ह्ली अगल-बगल सर्वदुष्टं वाचं मुखं पदं स्तंभ जिह्वां की बुद्धिं नाशक ह्रीं ॐ स्वाहा।


बगलामुखी देवी  शक्तिशाली देवी में से एक है और अति-शक्तिशाली है। मां बगलामुखी के इस दिव्य मंत्र के जाप से किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश किया जा सकता है।

देवी को पीतांबरा मां के नाम से भी जाना जाता है।

माँ बगलामुखी साधना विधि :-

दस महाविद्याओं में से एक है माँ बगलामुखी की साधना जो की अत्यंत शक्तिशाली है और साथ ही चमत्कारी भी | 
जीवन की ऐसी कोई परेशानी नहीं जो की इनकी आराधना से दूर नहीं हो सकती है वो भले ही ग्रह बाधा हो, तंत्र बाधा हो, बंधन दोष हो, काला जादू हो, प्रेत दोष हो आदि |

शत्रु नाश के लिए भी इनसे बढ़कर कोई नहीं है | माँ बागलामुखी की साधना में सिर्फ पिली चीजो का प्रयोग होता है जैसे सरसों का तेल, पिला आसन, पीले वस्त्र, हल्दी की माला, पीले भोग, हवन के लिए पीले सरसों, पीले फूल आदि |

माँ बागलामुखी की साधना से साधक को रोगों से मुक्ति मिलती है, कर्ज समस्या से छुटकारा मिलता है, शत्रु परास्त होते हैं, कानूनी मामलो में राहत मिलती है, ग्रह बाधा से मुक्ति मिलती है, प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलती है आदि |

माँ बगलामुखी के मंत्र को रोज एक नियत संख्या में जपना चाहिए और जप का दशांश हवन करना चाहिए, तर्पण और मार्जन भी करना चाहिए | इसके साथ ही ब्राहमण भोज , कन्या भोज करना चाहिए |

जब मंगलवार को अगर चतुर्दशी तिथि मिले और सूर्य मकर राशि में हो तो ऐसे में रात्रि को माँ बागला मुखी की पूजा करने से बहुत जल्दी सिद्धि मिलती है क्यूंकि मान्यता के अनुसार इसी योग में माँ बागलामुखी प्रकट हुई थी | साधक को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और सदेव माँ बगलामुखी का ध्यान करना चाहिए |
माँ के मंत्रो का जप पूर दिशा की और मुह करके करें |
जप करने से पूर्व भूमि शुद्धि, आसन शुद्धि, भूत शुद्धि, अंग न्यास, कर न्यास आदि करना चाहिए |
पूजन में बगलामुखी यन्त्र भी रखना चाहिए | और यन्त्र की पूजा यंत्र गायत्री से करना अच्छा होता है | यन्त्र गायत्री मंत्र है - ‘‘यंत्र राजाय विद्महे महा यंत्राय धीमहि तन्नो यंत्रः प्रचोदयात्।’’ 
बगलामुखी मंत्र का जप सिद्धि के लिए रात्रि को 10 बजे बाद करें |

विनियोग मंत्र:

अस्य श्री बगलामुखीमंत्रस्य नारदऋषिः त्रिष्टुपछन्दः बगलामुखी देवता ह्लीं बीजं स्वाहा शक्तिः प्रणवः कीलकं ममाभिष्ट सिध्यर्थे जपे विनियोगः |

हृदयादि न्यास:-

ॐ ह्लीं हृदयाय नमः। बगलामुखी शिरसे स्वाहा। सर्वदुष्टानां शिखायै वषट्। वाचं मुखं पदं स्तम्भय कवचाय हुम्। जिह्नां कीलय नेत्रत्रयाय वौषट्, बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा अस्त्राय फट्। 

माँ बगलामुखी का ध्यान :

मध्ये सुधाब्धिमणिमण्डपरत्नवेद्यां
सिंहासनोपरिगतां परिपीतवर्णाम्।
पीताम्बराभरणमाल्यबिभूतिषताङ्गी
देवीं स्मरामि धृतमुद्गर वैरिजिह्वाम्॥
चतुर्भुजां त्रिनयनां कमलासन संस्थितां।
त्रिशूलं पान पात्रं च गदा जिह्वां च विभ्रतीम्॥
बिम्बोष्ठी कंबुकण्ठीं च सम पीन पयोधरां।
पीताम्बरां मदाघूर्णां ध्यायेद् ब्रह्मास्व देवताम्॥

सुधा सागर के मध्य मणियों से जड़ित मंडप में रत्नों से बनी वेदी पर स्वर्ण सिंहासन पर देवी विराजमान हैं। सिंहासन, मंडप तथा आसपास का वातावरण सब पीतवर्ण के हैं। मां पीले रंग के ही वस्त्र, मुकुट, माला, पीतवर्ण के ही रत्नों से जड़े स्वर्णाभूषण पहने हुए हैं। उन्होंने बायें हाथ में शत्रु की जीभ और दाहिने में मुद्गर पकड़ रखा है। ऐसी दो भुजाओं वाली देवी भगवती बगलामुखी को नमस्कार है। 

आइये जानते हैं किस वास्तु से हवन करने से क्या लाभ होता है :

  • मनुष्यों को वश में करने के लिए मधु, घी, शक्कर और तिल मिला के हवन करना चाहिए |
  • अगर विद्वेष दूर करना हो तो ऐसे में नीम के पत्तो को तेल में डुबो के हवन करना चाहिए |
  • शत्रु को परास्त करने के लिए शमशान के अग्नि में राई और गुग्गल मिला के 
  • हवन करना होता है |
  • अगर एक रंग के गाय के दूध में मधु और शक्कर मिला के बगलामुखी मंत्र से अभिमंत्रित किया जाये और पीया जाए तो इससे शारीर रोगों से मुक्त होता है साथ ही साधक को तीव्र बुद्धि की प्राप्ति होती है जिससे वो अपनी कमजोरियों को जीत लेता है |

माँ बागला मुखी का आवाहन मन्त्र:

ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं बगलामुखी सर्वदृष्टानां मुखं स्तम्भिनि सकल मनोहारिणी अम्बिके इहागच्छ सन्निधि कुरू सर्वार्थ साधय साधय स्वाहा।

आइये जानते हैं कुछ और ख़ास बाते माँ बगलामुखी साधना के बारे में :

  1. कुल : – महाविद्या बगलामुखी “श्री कुल” से सम्बंधित है।
  2. नाम : – बगलामुखी, पीताम्बरा , बगला , वल्गामुखी , वगलामुखी , ब्रह्मास्त्र विद्या
  3. कुल्लुका : – मंत्र जाप से पूर्व उस मंत्र कि कुल्लुका का न्यास सिर में किया जाता है। इस विद्या की कुल्लुका “ॐ हूं छ्रौम्” (OM HOOM Chraum)
  4. महासेतु : – साधन काल में जप से पूर्व ‘महासेतु’ का जप किया जाता है। ऐसा करने से लाभ यह होता है कि साधक प्रत्येक समय, प्रत्येक स्थिति में जप कर सकता है। इस महाविद्या का महासेतु “स्त्रीं” (Streem) है। इसका जाप कंठ स्थित विशुद्धि चक्र में दस बार किया जाता है।
  5. कवचसेतु :- इसे मंत्रसेतु भी कहा जाता है। जप प्रारम्भ करने से पूर्व इसका जप एक हजार बार किया जाता है। ब्राह्मण व छत्रियों के लिए “प्रणव “, वैश्यों के लिए “फट” तथा शूद्रों के लिए “ह्रीं” कवचसेतु है।
  6. निर्वाण :- “ह्रूं ह्रीं श्रीं” (Hroom Hreem Shreem) से सम्पुटित मूल मंत्र का जाप ही इसकी निर्वाण विद्या है। 
  7. बंधन :- किसी विपरीत या आसुरी बाधा को रोकने के लिए इस मंत्र का एक हजार बार जाप किया जाता है। मंत्र इस प्रकार है ” ऐं ह्रीं ह्रीं ऐं ” (Aim Hreem Hreem Aim)
  8. शापोद्धार : – मूल मंत्र के जपने से पूर्व दस बार इस मंत्र का जप करें –” ॐ हलीं बगले ! रूद्र शापं विमोचय विमोचय ॐ ह्लीं स्वाहा ”(OM Hleem Bagale ! Rudra Shaapam Vimochaya Vimochaya OM Hleem Swaahaa )
  9. उत्कीलन : – मूल मंत्र के आरम्भ में ” ॐ ह्रीं स्वाहा ” मंत्र का दस बार जप करें।
ॐ ह्ली अगल-बगल सर्वदुष्टं वाचं मुखं पदं स्तंभ जिह्वां की बुद्धिं नाशक ह्रीं ॐ स्वाहा।
इस मंत्र में बोलने की शक्ति, चलने की शक्ति, बुद्धि को निष्क्रिय करके शत्रुओं, काली ऊर्जाओं, नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट करने की प्रार्थना है ताकि वे हमें नुकसान न पहुँचा सकें।

बगलामुखी मंत्र के लाभ, Baglamukhi पूजा कैसे करें, बगलामुखी मंत्र साधना करने के आसान उपाय।

The Baglamukhi Mantra is one of the most powerful mantras in Hinduism. It is dedicated to the goddess Baglamukhi, who is one of the ten Mahavidyas, or "great wisdom goddesses." Baglamukhi is depicted as a fearsome goddess with three eyes, eight arms, and a serpent crown. She is known for her power to vanquish enemies, break curses, and grant success.

The Baglamukhi Mantra is believed to have the power to:

  • Defeat enemies
  • Break curses
  • Protect from harm
  • Grant success in all endeavors
  • Increase intelligence and wisdom
  • Remove obstacles
  • Promote spiritual growth
The mantra is typically chanted 108 times daily, but it can also be chanted for specific purposes. For example, if you are facing a legal battle, you could chant the mantra to gain the upper hand. Or, if you are struggling in your career, you could chant the mantra to attract success.

It is important to note that the Baglamukhi Mantra is a powerful mantra, and it should not be chanted lightly. If you are not familiar with mantras or if you have any doubts about using the mantra, it is best to consult with a qualified guru or spiritual teacher.

"I meditate on Baglamukhi, who can make the enemies motionless.
Let the powerful goddess bless me with a clear sight."

When chanting the mantra, it is important to focus your mind on the goddess Baglamukhi and her power. You should also visualize your enemies being defeated or neutralized. With regular practice, the Baglamukhi Mantra can help you to overcome obstacles, achieve success, and protect yourself from harm.

Power of baglamukhi mantra, benefits to chant baglamukhi mantra.
Baglamukhi Mantra shakti Baglamukhi Mantra shakti Reviewed by indian bazars on June 29, 2023 Rating: 5

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