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Scopophobia kya hota hai

Scopophobia  क्या होता है ?, स्कोपोफोबिया के लक्षण क्या होते हैं, ट्रीटमेंट क्या है ?, दुसरो से देखे जाने का डर कैसे जीवन बिगाड़ता है |

स्कोपोफोबिया से कोई भी ग्रस्त हो सकता है अर्थात पुरुष , महिला, लड़का , लड़की और इसके कारण उनके काम सही तरीके से चल नहीं पाते हैं, जीवन शैली असामान्य रूप से चलता है |

स्कोपोफोबिया के अंतर्गत व्यक्ति को दूसरे से घूरे जाने का डर होता है और इसके कारण वो बैचेन रहता है और कार्यो को खुलके नहीं कर पाता है | 

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Scopophobia  क्या होता है ?, What is Schopophobia, symptoms and solution.
Scopophobia kya hota hai

कुछ लोग विचलित हो जाते हैं अगर उन्हें कोई देखने लगता है और ये एक बहुत बड़ी बिमारी का रूप ले लेती है | ये अगर बढ़ जाए तो व्यक्ति का काम काजी जीवन ख़राब होने लगता है, शादी शुदा जिन्दगी ख़राब होने लगती है, सामाजिक जीवन नहीं बन पाता है |

स्कोपोफोबिया से ग्रस्त व्यक्ति डर में जीने लगता है, हमेशा घबराहट रहती है, बात करने में हकला सकता है, जीवन साथी से सम्बन्ध बनाने में झिझकता है  आदि |

देखा जाए तो स्कोपोफोबिया घूरे जाने का अत्यधिक डर है। व्यक्ति ऐसा सोचने लगता है की उसकी जांच की जा रही है और ये सोच के वो अस्थिर होने लगता है और अपना काम ठीक से भी नहीं कर पाता | 

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आइये जानते हैं स्कोपोफोबिया के लक्षण:

स्कोपोफोबिया के लक्षण अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग दिखाई देते हैं | यहाँ कुछ लक्षण दिए जा रहे हैं -

  • व्यक्ति बिना बात के अत्यधिक चिंता करने लगता है |
  • आँखे और चेहरा लाल हो सकता है |
  • दिल की धड़कन असामान्य रूप से बढ़ सकती है |
  • पसीना आने लगता है | 
  • मुँह सूखने लगता है |
  • बेचैनी बनी रहती है |
  • घबड़ाहट बनी रह सकती है | 

आइये जानते हैं की वास्तविक जीवन में स्कोपोफोबिया कैसे प्रभावित करता है ?

स्कोपोफोबिया आपको सामाजिक स्थितियों से बचने के लिए प्रेरित कर सकता है, व्यक्ति उनके साथ भी बैठने से कतराता है जिन्हें वो जानता है | बच्चे शिक्षक से बात नहीं कर पाते हैं, पति या पत्नी एक दूसरे से आराम से व्यवहार नहीं कर पाते हैं, काम काज भी खुलके नहीं कर पाते हैं,  व्यक्ति मौको का फायदा नहीं उठा पाता है | 

देखा जाए तो अगर आपको लोग देख रहे हैं, इसका मतलब है की आप आकर्षण का केंद्र है या फिर आपकी बातो को सही तरीके से सुना जा रहा है, समझा जा रहा है परन्तु स्कोपोफोबिया से ग्रस्त लोग इसे अलग तरीके से ले लेते हैं और असामान्य तरीके से व्यवहार करने लगते हैं | 

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आइये अब उदाहरण से समझते हैं स्कोपोफोबिया को :

  1. कुछ महिलाए या पुरुष अपने जीवन साथी के साथ खुलके प्रेम का इजहार नहीं कर पाते हैं, खुलके कमरे में भी सम्बन्ध नहीं बना पाते हैं क्यूंकि उन्हें लगता है की कोई उन्हें देख रहा है, कुछ को तो यहाँ तक लगता है की उनके हरकतों को उनका साथी ही चेक कर रहा है और इसी कारण से वे अपने जीवन साथी के साथ खुलके सम्बन्ध नहीं बना पाते हैं |  पढ़िए पत्नी सम्बन्ध बनाना नहीं चाहती क्या करे ?
  2. कुछ लोगो को किसी कार्यक्रम में स्टेज में बैठने से डर लगता है क्यूंकि उन्हें लगता है की उन्हें जज किया जाएगा, लोग उसके बारे में पता नहीं क्या क्या कहेंगे, क्या सोचेंगे आदि |
  3. कुछ लोगो में काबिलियत बहुत होती है परन्तु उसके बाद भी वे लोगो के सामने बोलने से कतराते है क्यूंकि उन्हें लगता है की बोलूँगा तो क्या होगा, लोग क्या कहेंगे आदि |
  4. कुछ बच्चे कक्षा में कुछ भी पूछने में इसीलिए शर्माते हैं की उन्हें भी डर रहता है की दूसरे बच्चे क्या सोचेंगे,कैसे घूरेंगे आदि |

तो स्कोपोफोबिया से ग्रस्त व्यक्ति अपना जीवन ख़राब कर लेता है और व्यक्तिगत जीवन, सामाजिक जीवन, काम काजी जीवन में असंतुष्ट रहता है |

आइये जानते हैं की scopophobia का इलाज कैसे किया जा सकता है ?

  • सबसे पहले तो ये ध्यान रखिये की जब भी आप समाज में कुछ भी करेंगे तो लोग आपको देखेंगे ही, ये एक सामान्य बात है तो इसमें डरने की जरुरत नहीं | 
  • रोज कुछ देर के लिए ध्यान कीजिये और अपनी शक्ति को पहचानिए |
  • आप काउंसलिंग भी करवा सकते हैं |
  • अगर हालत बहुत ज्यादा ख़राब हो तो ऐसे में मनोचिकित्सक को दिखवा के दवाई भी ले सकते हैं |
  • होमियोपैथी में भी इस बिमारी का इलाज होता है |
  • बेच फ्लावर थेरेपी में भी इसका इलाज है |

स्कोपोफोबिया, जिसे ऑप्थाल्मोफोबिया या स्कोप्टोफोबिया के रूप में भी जाना जाता है, एक चिंता विकार है जिसमें दूसरों द्वारा घूरे जाने या देखे जाने का अत्यधिक डर होता है। स्कोपोफोबिया से पीड़ित लोगों को कई प्रकार के लक्षणों का अनुभव हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:

शारीरिक लक्षण: चिंता, पसीना, तेज़ हृदय गति, शरमाना, मतली, चक्कर आना, या सांस लेने में कठिनाई

मनोवैज्ञानिक लक्षण: डर, घबराहट, शर्मिंदगी, आत्म-चेतना, या सामाजिक स्थितियों से बचना

स्कोपोफोबिया एक दुर्बल करने वाली स्थिति हो सकती है जो किसी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण रूप से हस्तक्षेप कर सकती है। स्कोपोफ़ोबिया से पीड़ित लोग सामाजिक स्थितियों से पूरी तरह बच सकते हैं, या वे केवल उनमें भाग ले सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि वे नियंत्रित कर सकते हैं कि उन्हें कौन देखता है। वे अपने चेहरे को अस्पष्ट करने के लिए धूप का चश्मा या टोपी भी पहन सकते हैं, या वे दूसरों से नज़रें मिलाने से बच सकते हैं।

स्कोपोफोबिया का इलाज अक्सर थेरेपी से किया जाता है, जैसे संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) या एक्सपोज़र थेरेपी। सीबीटी लोगों को उन तर्कहीन विचारों को पहचानने और चुनौती देने में मदद कर सकता है जो उन्हें घूरे जाने के डर में योगदान करते हैं। एक्सपोज़र थेरेपी में लोगों को सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण में धीरे-धीरे उन स्थितियों में उजागर करना शामिल है जहां उन्हें घूरने की संभावना है।

कुछ मामलों में, स्कोपोफोबिया के इलाज के लिए दवा का भी उपयोग किया जा सकता है। चिंता-विरोधी दवाएं, जैसे चयनात्मक सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई), चिंता के शारीरिक लक्षणों, जैसे पसीना और तेज़ हृदय गति को कम करने में मदद कर सकती हैं।

यदि आपको लगता है कि आपको स्कोपोफोबिया हो सकता है, तो पेशेवर मदद लेना महत्वपूर्ण है। एक चिकित्सक आपके डर को समझने और उससे निपटने के लिए रणनीति विकसित करने में आपकी मदद कर सकता है। उपचार के साथ, स्कोपोफोबिया से पीड़ित अधिकांश लोग अपने डर को प्रबंधित करना सीख सकते हैं और एक पूर्ण और उत्पादक जीवन जी सकते हैं।

याद रखिये डर किसी भी प्रकार का हो, वो आपको जीने नहीं देगा अतः अगर जीवन का आनंद लेना हो तो सबसे पहले अपने अन्दर के डर को बाहर निकालिए और अपने गुणों को बेखोफ होक समाज में लोगो के सामने आने दीजिये फिर देखिये सफलता आपके कदम चूमेगी |

Read In English about What is Schopophobia, symptoms and solution.

Scopophobia, also known as ophthalmophobia or scoptophobia, is an anxiety disorder characterized by an excessive fear of being stared at or seen by others. People with scopophobia may experience a range of symptoms, including:

Physical symptoms: Anxiety, sweating, rapid heart rate, blushing, nausea, dizziness, or difficulty breathing

Psychological symptoms:Fear, panic, embarrassment, self-consciousness, or avoidance of social situations

Scopophobia can be a debilitating condition that can significantly interfere with a person's life. People with scopophobia may avoid social situations altogether, or they may only participate in them if they feel they can control who sees them. They may also wear sunglasses or hats to obscure their face, or they may avoid eye contact with others.

Scopophobia is often treated with therapy, such as cognitive-behavioral therapy (CBT) or exposure therapy. CBT can help people to identify and challenge the irrational thoughts that contribute to their fear of being stared at. Exposure therapy involves gradually exposing people to situations where they are likely to be stared at, in a safe and controlled environment.

In some cases, medication may also be used to treat scopophobia. Anti-anxiety medications, such as selective serotonin reuptake inhibitors (SSRIs), can help to reduce the physical symptoms of anxiety, such as sweating and a rapid heart rate.

If you think you may have scopophobia, it is important to seek professional help. A therapist can help you to understand your fear and develop strategies for coping with it. With treatment, most people with scopophobia can learn to manage their fear and live a full and productive life.

 Scopophobia  क्या होता है ?, स्कोपोफोबिया के लक्षण क्या होते हैं, ट्रीटमेंट क्या है ?, दुसरो से देखे जाने का डर कैसे जीवन बिगाड़ता है |

Scopophobia kya hota hai Scopophobia kya hota hai Reviewed by indian bazars on August 26, 2023 Rating: 5

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